Thursday, September 15, 2016

बाकी है । । । ।

कुछ होश अभी बाकी है, थोड़ी उम्र अभी बाकी है ।
राते कट गयी, लेकिन सहर अभी बाकी है ।।

मिटने लगे थे जो, वो निशान अभी बाकी है ।
निकल गए हम, लेकिन गांव अभी बाकी है ।।

चल रहे थे साथ, वो रास्ते अभी बाकी है ।
पास दिख रही थी, लेकिन मंजिल अभी बाकी है ।।

कट गयी धुप ,लेकिन छाओं अभी बाकी है ।
सुलझन कुछ बाकी है, उलझन कुछ बाकी है ।।

टूट गयी घड़ी, लेकिन वक़्त के निशां अभी बाकी है ।
जिंदगी के सफर में, कुछ मुक़ाम अभी बाकी है ।।

धरती के इंतज़ार में, आसमान अभी बाकी है ।
सफ़र के इंतज़ार में, गुलदस्ता अभी बाकी है । ।

चाहत में उसकी, काफिर अभी बाकी है ।
उसकी राह में विश्वास अभी बाकी है । ।

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